अपना कैरियर स्वयं चुने | Aapna Carrer Swayam Chane
श्रेणी : साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9 MB
कुल पष्ठ :
250
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
आनंद गांगुली - Aanand Ganguli
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एस. भूषण - S. Bhushan
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)इस्तेमाल करते हैं। सक्रिय अग्नि-शमन एवं यर्यवेक्षी भूमिका निभाते समय फायर
इंजीनियर का कार्य अधिक जोखिम भरा है! प्रशासनिक और अनुसंधान क्षेत्रों मे
टेबुल-बर्क अधिक होता है।
सरकारी एवं गैर-सरकारी क्षेत्र के लिए सरकार द्वार बनाए गए नियमों के
अनुसार यदि विनिर्दिप्ट संख्या से अधिक व्यक्त काम करते हैं दो कंपनी को फायर
अधिकारी की नियुक्ति करनी पडेगी, जो कार्य कर रहे अग्नि-शमन कर्मचारियों का
पर्यवेक्षण करेगा, अग्नि-शमन विभाग से संबंधित नियमों-विनियमों को लागू करेगा
और आग बुझानेवाले उपकरणो का अनुरक्षण सुनिश्चित करेंगा। फायर इंजीनियर को
सरकारी अग्नि-शमन सेवाओं, वास्तुशिल्प एव बिल्डिंग डिजाइन, बीमा आकलन,
परियोजना प्रबंधन, वायुयान उद्योग, रिफाइनरी, औद्योगिक प्रक्रमण आदि ऐसे किसी
भी सुरक्षा क्षेत्र में कार्य करता है, जहाँ आग लगने की आशंका है तथा दहन का
खतरा रहता है। कार्यालयों या आवासीय अहातों के मालिक सभी संगठन फायर
इंजीनियर की सेवाएं लेते हैं, ताकि उनके सर्वोत्तम अंश की सुरक्षा सुनिश्चित हो
सके ! संरक्षात्मक भूमिका में काफी सुरक्षा संबंधी जाँच कार्य, उपकरणों को अद्यतन
बनाना, अनुसूचित कार्यक्रमों का संचालन एवं आकस्मिक फायर ड्रिल शामिल है ।
फायर इंजीनियर बीमा कंपनी के स्वैक्षक के रूप में बीमित पार्टी द्वार झेली गईं क्षति
के आकलन, आग लगने के कारणों की तहकीकात, सुरक्षा-यंत्रों एव अलार्म प्रणाली
की प्रभावोत्यादकता देखने संबंधी कार्य करते है ।
लेकिन दुर्भाग्यवश, देश में प्रभावी अग्नि-शमन प्रबंधन प्रणाली तेयार करने
की बहुत आवश्यकता होने के बावजूद अग्नि-शमन प्रबंधन एवं आपदा प्रबंधन
प्रणाली के इस आंतरिक भाग की दिशा से बहुत कुछ नहीं किया गया है। तथापि
बढ़ते शहरीकरण के साथ-साथ आग लगने के खतरे भी समान रूप से बढ़ जाने के
कारण प्रभावी अग्नि प्रबंधन प्रणाली तैयार करने के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
इस क्षेत्र में शैक्षिक योग्यता रसायन शास्त्र तथा भौतिकी या गणित अथवा
वैकल्पिक रूप में दोनों विषयो के साथ बी.एस-सी उपाधि होनी चाहिए। इसमे
अखिल भारतीय प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाता है। नई दिल्ली,
मुंबई, चेन्नई, कोलकाता तथा नागपुर में लिखित परीक्षा आयोजित की जाती हैं।
इसके बाद साक्षात्कार लिया जाता है। लिखित परीक्षा मे भौतिकी आर रसायन शश्र
में एक-एक वस्तुनिष्ठ पत्र होता है। इस परीक्षा का स्तर वी एश्न-सी. के स्तर का
होता है। कॉलेज की मेडिकल अथॉरिटी चिकित्सा जाँच करती है। अनुपयुक््त
घोषित उम्मीदवारों को इस पाठ्यक्रम में दाखिला नहीं दिया जाता। यह पावूयक्रम
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