निरतिवाद | Nirativad
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
68
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)धनसंग्रह पर रोक
रूप मे कर्मचारी प्राप्त कर सके ।
छ--भंये हुए काश को स्वीकार करना
यान करना बेकार की इच्छा पर निभर रहे |
प्रश्ष-ऐसा होगा तो बहुत से वेकार
जिन्दगी भर बेकार गाछा से जाना न चाहेंगे |
सरकार के ऊपर बोझ बने हुए वहीं पडे रहेंगे |
उत्तर--ऐसा न होगा। क्योकि बेकार
शाढ्य मे भी उसे काम तो करना पडता है।
और जो चाहे काम करना पडता है । साथ ही
बेकार शाला का जीवन इतना वैभवशाली न होगा
कि वह वाहर की स्वतन्त्र जीविका के आनन्द
को भुख सके |
ज--बेकार अगर अपने घर पर रहकर ही
भरणपोपण चाहे तो सरकार पु काम का
ठेका देकर उस कुटुग्ब के पोषण के लिये साधा-
रण प्रबन्ध करे | जैसे कम से कम इतने नबर
का सृत इतने गज कातकर छाओ या और ऐसा
ही कोई काम दे ।
शुका-(१] बेकार शाला;।न बनाकर धर
पर ही सबके काम दिया जाय॑ और भरणपोषण
दिया जाय तो कैसा *
समाधान---अच्छा हैं और यथासम्भव यही
करना चाहिये | पर हर हारूत में यह सम्भव
नहीं है | किसी बेकार के पास कदाचित् घर न
हो तो उसे वेकार शख मे ही रखना टीक होगा ।
अथवा + सरकार क पास धरमे देने खयक पूरा
कामनदहो वेकार शाखमे दी वहत से वेकारो
को मिलाकर काम कराना हो तो भी वेकार साख
+-( सरफार का अर्थ है उसी देश के जन मत से बनी हुई
सरफार | निरतिवाठके प्रकरणसे सब जगह सरकार का
यही मतरूव समझना चाहिये | ) है
[ ई३
मे रखना ठीक होगा | हा, कोई वेकार घर में
रह कर वेकार-जशाला अथवा सरकार ने जहा
काय के केन्द्र बनाये हो वहा जाकर আত গনী
या नियत घटो तक काम कफे घर आ जाना
चाहे तो कोई हानि नही |
२ धन संग्रह पर रोक
क--किसी कुटुम्ब के पास एक लाख रुपये
से अधिक रुपये हो तो उन अधिक रुपयो का
आधा भाग या दो तृतीयाश सरकार मे चद
जाय । और यह रक्रम बेकार--शाछा के कार्य में
लगाई जाय |
ख--निम्न लिखिंत चीजे सम्पत्ति মল
गिनी जरि पर शतं यह रहै किये चजि
कभी बेची न जेयिंगी न किसी की भांडे पर दी
जर्विंगी । ।
[१] रहने का मकान [२] भोजन सामग्री
[३] पहिनने ओढने के कपडे [9] पढने की
पुस्तके [५] फरनीचर [६] सजावट की चीजे
फोटो चित्र-. मार्ति खिलोेने आदि। [७] घोडा
साइकिल, मोटर गाड़ी, तागा आदि ८] भोजन
बनाने खाने की सामग्री-वर्तन चौकी आदि।
[९] आविष्कार के साधन [१०] इन्द्रियो के
विशेष विपय-हइन्र, हारमोनियम फोनोग्राफ वीणा
आदि वादित्र, इत्यादि ।
। अगर ये चीजे व्यापार के स्यि হী
जॉयेँंगी तो सम्पत्ति मे गिनी जॉयेंगी ।
॥ सोने चेदी कैः आभूपण भी सम्पत्ति में
गिने जेर्यिंगे ।
॥ व्यापार के विशेष साधन भी सम्पत्ति मे
गिने जेर्यिंगे । जैस फेटिग्राफर का केमरा सम्पात्ति है।
|| रुपया पैसा जमीन मकान ( निवास के
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