निरतिवाद | Nirativad

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Nirativad by दरबारीलाल - Darbarilal

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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धनसंग्रह पर रोक रूप मे कर्मचारी प्राप्त कर सके । छ--भंये हुए काश को स्वीकार करना यान करना बेकार की इच्छा पर निभर रहे | प्रश्ष-ऐसा होगा तो बहुत से वेकार जिन्दगी भर बेकार गाछा से जाना न चाहेंगे | सरकार के ऊपर बोझ बने हुए वहीं पडे रहेंगे | उत्तर--ऐसा न होगा। क्योकि बेकार शाढ्य मे भी उसे काम तो करना पडता है। और जो चाहे काम करना पडता है । साथ ही बेकार शाला का जीवन इतना वैभवशाली न होगा कि वह वाहर की स्वतन्त्र जीविका के आनन्द को भुख सके | ज--बेकार अगर अपने घर पर रहकर ही भरणपोपण चाहे तो सरकार पु काम का ठेका देकर उस कुटुग्ब के पोषण के लिये साधा- रण प्रबन्ध करे | जैसे कम से कम इतने नबर का सृत इतने गज कातकर छाओ या और ऐसा ही कोई काम दे । शुका-(१] बेकार शाला;।न बनाकर धर पर ही सबके काम दिया जाय॑ और भरणपोषण दिया जाय तो कैसा * समाधान---अच्छा हैं और यथासम्भव यही करना चाहिये | पर हर हारूत में यह सम्भव नहीं है | किसी बेकार के पास कदाचित्‌ घर न हो तो उसे वेकार शख मे ही रखना टीक होगा । अथवा + सरकार क पास धरमे देने खयक पूरा कामनदहो वेकार शाखमे दी वहत से वेकारो को मिलाकर काम कराना हो तो भी वेकार साख +-( सरफार का अर्थ है उसी देश के जन मत से बनी हुई सरफार | निरतिवाठके प्रकरणसे सब जगह सरकार का यही मतरूव समझना चाहिये | ) है [ ई३ मे रखना ठीक होगा | हा, कोई वेकार घर में रह कर वेकार-जशाला अथवा सरकार ने जहा काय के केन्द्र बनाये हो वहा जाकर আত গনী या नियत घटो तक काम कफे घर आ जाना चाहे तो कोई हानि नही | २ धन संग्रह पर रोक क--किसी कुटुम्ब के पास एक लाख रुपये से अधिक रुपये हो तो उन अधिक रुपयो का आधा भाग या दो तृतीयाश सरकार मे चद जाय । और यह रक्रम बेकार--शाछा के कार्य में लगाई जाय | ख--निम्न लिखिंत चीजे सम्पत्ति মল गिनी जरि पर शतं यह रहै किये चजि कभी बेची न जेयिंगी न किसी की भांडे पर दी जर्विंगी । । [१] रहने का मकान [२] भोजन सामग्री [३] पहिनने ओढने के कपडे [9] पढने की पुस्तके [५] फरनीचर [६] सजावट की चीजे फोटो चित्र-. मार्ति खिलोेने आदि। [७] घोडा साइकिल, मोटर गाड़ी, तागा आदि ८] भोजन बनाने खाने की सामग्री-वर्तन चौकी आदि। [९] आविष्कार के साधन [१०] इन्द्रियो के विशेष विपय-हइन्र, हारमोनियम फोनोग्राफ वीणा आदि वादित्र, इत्यादि । । अगर ये चीजे व्यापार के स्यि হী जॉयेँंगी तो सम्पत्ति मे गिनी जॉयेंगी । ॥ सोने चेदी कैः आभूपण भी सम्पत्ति में गिने जेर्यिंगे । ॥ व्यापार के विशेष साधन भी सम्पत्ति मे गिने जेर्यिंगे । जैस फेटिग्राफर का केमरा सम्पात्ति है। || रुपया पैसा जमीन मकान ( निवास के




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