दूसरा दरवाज़ा | Doosra Darwaza
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3.91 MB
कुल पष्ठ :
163
श्रेणी :
हमें इस पुस्तक की श्रेणी ज्ञात नहीं है |आप कमेन्ट में श्रेणी सुझा सकते हैं |
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about डॉ. लक्ष्मी नारायण - Dr. Lakshmi Narayan
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)हेमा :
रीता :
जया :
रीता :
जया :
रीता :
तक ! हमारी वाईन मिस खन्ना पेरिस से लौटी
हैं। हमारे कालेज में पढ़ाई नहीं पालिटिवस होती है--
मर्द चनाम श्रौरत की पालिटिक्स ।
हेमा श्राती हूं ।
: हाय रीता, जया !
: डोन्ट काल मी 'जया भादुष्टी' ! छी, 'गुड्डी' फिल्म में
वह कितनी वचचकानी हरकतें करती है ।
: हेमा, होस्टल जा रही हो ?
: साले, कौन होस्टल जाता है । मेरा लौंडा श्रा रहा
है। जरा कनाटिंग करने जाऊंगी उसके साथ । कल
यूनिवर्सिटी में स्ट्राइक होने वाली है !
हेमा फोन करती हैं ।
(फोन पर) हेलो टोनू '* छिक छिक॑ छूक छू *'यस,
डाडाडा रूं रू रूं'' कम इमीडियटली ! डब्लू०
होस्टल के गेट पर ।
फोन रखती हूँ ।
मुक्त टेलीफोन करने की जरूरत नहीं पड़ती । लौंडा
कार लिये हुए गेट पर श्राघे घंटे से मेरे इन्तज़ार में
उल्लू के पट्ुठे की तरह बैठा है ।
मेरा टोटू वेहद 'विजी' है । पूरे फर्म का मैनेजिंग डाइ-
रेक्टर है। मगर अभी दौड़ा भरा रहा होगा । छू छू
छः!
देखना, कहीं अपने फर्म में तुझे “रिसेप्शनिस्ट' न बना
दे।लूलू'“'लूलू! ग्लीन कांपबेल का चहु गाना” *
*इट इज़ श्रोनली मेकविलीव'** हाय :
ग्लीन कांपवेल नहीं, “लेन कंम्वेल' **।
श्राई वेट !
केवल तुम और हम ७ १७
User Reviews
No Reviews | Add Yours...