संसार की भीषण राज्यकान्तियाँ | Sansar Ki bheeshan Rajyakantiyan

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Sansar Ki bheeshan Rajyakantiyan by शंकरलाल तिवारी - Shankarlal Tiwari

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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€ जीरिया में ८ लाख फ्रांसीसी हैं। इस देंश को फ्रांस में सम्मि- लित हुए ५०६ ब्षे से अधिक व्यतीत हो चुके। इसी तरह इठली भी अफ्रिका में घुस पड़ा है । इटली की चालबाजी इटली अफ्रिका में सन्‌ १८७० ई० में घुसा। इसने रहीयता के सुल्तान से असब नामका एक भन्द्रगाह खरीदा । सम्‌ १८८० ई० में इस बन्दरगाहू पर इटली से अपनी सेना उतार दी। सन्‌ १८८५ दस्वी में धरीट्रिया के मुख्य बन्द्र पर ओर पसाबा पर जबरदस्ती कब्जा कर लिया। सन्‌ १०६१ ओर &६ में इटली ने अबीसीनिया को हराने की कई दफे कोशिश की। साम्राट मेनलिक ने इटली को वुरी धरद परास्त किया। सीन्योर मुर्सोज्ञिनी ने एक दफे अपने भाषण में कहा था-- कि हमें रेगिस्तानों की आवश्यकता नहीं हे । इटली प्रा भूमि चाहता है । चीन में विदेशियों का दिस्तार चीन एशिया खंड का पुराना देश है। संसार के सभी राष्ट्रों से इसकी आबादी कई कगोड़ अधिक है। इसका विस्तार पहिले प्रशान्त महासागर से लेकर काले समुद्र भौर द्विमालया की सीमा तक था। इसमें पहिलें श्याम, पिव्चत आदि देश भी शामिल थे। सन्‌ १५१६ ई० में पोतु गालवाशों में फैन्टन पर पहिला श्राक्रमण क्रिया # इस संग्राम में चौली हाएं गए और सकाऊ पर पोतुगाल वालों क्रा करा ही गया। इस संग्राम के बाद सम्‌ १७५१ ६० में स्पेन में फिल्लिः लाईन द्ीपों पर अपना अधिकार अमोया। आज ये, होप




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