हिन्दी-धातु संग्रह | Hindi Dhatu Sangrah
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1.35 MB
कुल पष्ठ :
62
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)ह्विन्दी-घातु-सग्रह व्युत्पत्ति श्रौर वर्गीकरण १
१२४ दाह (जलाना ) नस ० दह, प्रेरणार्थक दाहयति, प्रा० दाहेद या छठवें वर्ग में दाह,
हि दाहै ।
१२५ दिस् (दिखाता) *>स ० दिदू, छठवें वर्ग मे--दिशति, प्रॉ० दिसइ, हि० दिस ।
१२६ दिस या दीस् (प्रकट होना) न्लस ० दुशू, कमंवाच्य दृश्यते, प्रा० दिरसइ या दीसइ
(हेमचन्द्र ३,१६१) हि० दिस या दीस 1!
१२७ दे (देना) न्लस ० दा, कर्म वाच्य दीयते, प्रा० देइ ((0०४८105 पता प्राक्त
प्रकाश, पू० ९९, हेमचन्द्र ४,२३८) हि०्देय या दे । सम्भवत छठव वर्ग में
दइ (सप्तदा तक ५,२१६) हिं० 66८४
१२८ देखू (देखना) नस ० दुशू भविष्य द्रब्यति (वर्तमान के भाव में प्रयुक्त) प्रा०
देव्खइ (हेमचन्द्र ४, १८१) हिं० देखें ।
१२९ घर् (रखना, पकडना) न्ल्स० घू, प्रथम वर्ग घरति या घरते, प्रा० घरइ (हेमचन्द्र,
४, २३४) हि घरे ।
१३० घस् या घसू (डूवना, घुसना) नन्स० ध्वस्ू, प्रथम व्ग--ध्वसते, प्रा० घसइ या
घसइ (पिंगल, राजेन्द्रलाल मित्रा, पु० ११८ में 'घावति” का स्थानापन््न बताया
गया है) हि० घसै, घर्स ।
१३१ घार् (0010) न्स० थू, प्रेरणाथंक घारयति, प्रा० घरेइ या छठवाँ वरग-घरइ,
ह्ण्घरे।
१३२ थधो (घोना) न््स० घावू, प्रथम वर्ग-घावति, (या घू, छठवाँ वर्ग-घुवति) प्रा०
घोगइ (12शापड रिवताट८5 शिघटापत्थ८, पूृ० ७८) या घोवइया घृश््
(सप्तशतक, ४, १३३, २८३) या घुवद (हेंमचन्द्र ४, २३५८) हि घोए
या घोरवे ।
१३३ नदु (नाचना) न्> इगको व्याख्या यौपिक घातुश्नो में देखिए ।
१३४ नवू या नौ (9६णते, 90४) स० नम, प्रथम वर्ग नमति, प्रा०/ नमइ (देखो-
हेमचन्द्र १, १८३ नमिम) या नवइ (हेमचन्द्र, ४, २२६) हि० नवी, नौए ।
१३५ नवाव या निदाव (9600, णित) स० नम, प्रेरणार्थक नमयति, प्रा० नवावेंइ
या छठवाँ वर्ग-नवावइ, हि० नवाव या निवावै ।
१३६ नहा (नहाना) >स ० सना, द्वितीय वर्गे-स्ताति, प्रा० चतुर्थ वर्गें ण्हाद्रइ (12८1105
के 2ताएटड रिघटापतिटघ6, पुर २०) या (सकुचित) ण्हाइ (हेमचन्द्र ४,
१४) हि० नहाय 1
१३७ नाच (680८९) नस ० नृत्, चतुर्थ वर्ग, नुत्यति, प्रा० नच्चइ (वररुचि ८, ७,
हेमचन्द्र ४, २२५) हि० नाच ।
१३८ चिकालू या निकार् (वाहर खीचना) न्लदेखि यौगिक घातुए ।
१३४६ निकास् >नस० निसू-कसू, प्रेरणाथक-निष्कासयत्ति, प्रा० निककासेड या छठवें वर्ग
में निक्कासइ, हि० निका्से ।
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