पानी के फूल | Pani Ke Fool

Pani Ke Fool by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaपोइली सेनगुप्ता - Poili Sengupta

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पोइली सेनगुप्ता - Poili Sengupta

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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नम» तर मनन नमन थम बस बच्चा ही था जो कुछ ना बोला। मालूम है, उसने क्‍या किया? वह नजदीक के पानी के फूलों की ओर भागा और छप-छप करने लगा। ,रामग्राजूम व से कु 5 नकारना दुआाक कनकन»8न»-ररन॒॒त मना पाया मकान रु अजहर




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