श्रीनाथ- की बाल कविताओं का संकलन | SHRINATH - KI BAL KAVITAON KA SANKALAN
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
899 KB
कुल पष्ठ :
96
श्रेणी :
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श्रीनाथ सिंह -Shri Nath Singh
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)बीच बीच में बैंड बजाते |
सेना के जवान जाते हैं ,
हमें बहुत ही ये भाते हैं |
दोनो ओर सड़क पर भारी ,
भीड़ त्रगायें हैं नर नारी |
उन्हें बधाई देते हैं सब ,
बजा बजा कर ताली जब तब |
भारत की सीमा विशाल है ,
कहीं चढ़ाई कहीं ढाल है |
दुर्गम घाटी ऊँचे टीले ,
मीलों मार्ग कठिन बर्फीले |
वहाँ आ डटा है जो दुश्मन ,
चाह रहा औ करे आक्रमण |
बढे वहाँ तक जायेंगे ये ,
उस को मार भगायेंगे ये |
हम तो अभी निरे हैं बालक ,
लेकिन देश भक्त प्रण पालक |
सीख रहे हैं शस्त्र चलाना ,
कदम मिलाना ,कदम बढ़ाना |
और बड़े कुछ हो जाने पर ,
हम भी वीर सिपाही बनकर ,
इसी तरह से मार्च करेंगे ,
अगर पुन: दुश्मन उभरेंगे |
ऊब गई हूँ गुड़िया से मैं ,
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