पर्वतों पर संकट | DANGER TO OUR MOUNTAINS

DANGER TO OUR MOUNTAINS by पुस्तक समूह - Pustak Samuhहसन जावेद खान - HASAN JAVAID KHAN

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हसन जावेद खान - HASAN JAVAID KHAN

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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७ पर्वत - अमूल्य निधि शिगालादवाए। प्र (6 ईंधन का निरंतर उपयोग पर्वतों के वनोन्मूलन का कारण बन मुख्य रूप से हिमालय की तराई के क्षेत्र में पर्वतों पर मृदा का कटाव भी करती है। धातु व खनिज प्रकृति के जिन कारणों ने पर्वतों को लाखों वर्षो पूर्व स्थापित किया उन्होंने ही पर्वतों में धातु, खनिज तथा अन्य मूल्यवान पत्थरों को भी वहां संजोया। आज पर्वत श्रृंखलाएं अपने गर्भ में संसार के मुख्य भंडार के रूप में अनेक खनिज तथा धातुएं जैसे स्वर्ण, तांबा, लोहा, चांदी, जस्ता आदि को समेटे हुए है। तकनीकी विकास तथा मांग के अनुसार और अधिक मात्रा में पर्वतों के गर्भ से यह बहुमूल्य भंडार निकाला जा रहा है। जैव विविधता प्रायः ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं की जलवायु ठंडी व वहां भोजन सीमित होता है। इसलिए वहां पर पशुओं तथा वनस्पतियों की कम प्रजातियां ही मित्रती हैं। पर्वत उच्चस्तरीय पर्वर औषधीय वनस्पतियों से संपन्न क्षेत्र होते हैं




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