दूसरी पहेलियाँ | DOOSRI PAHELIYAN

Book Image : दूसरी पहेलियाँ  - DOOSRI PAHELIYAN

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

डॉ. श्रीप्रसाद - Dr. Sriprasad

No Information available about डॉ. श्रीप्रसाद - Dr. Sriprasad

Add Infomation About. Dr. Sriprasad

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
रेलगाड़ी उड़ता-फिरता _ दिया देह पर धर हुए है .. उड़ता फिरता इधर उधर ।/ पंखों से रोशनी निकलती $ _ “एक किरन जैरी रुंदर या मशीन है कोई, जिसको- उडते हुए चलाता है कमी रोशनी बुझा रहा है _ या फिर कभी जलाता है।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now