नन्हे बन्दर ने फल खाए | NANHE BANDAR NE FAL KHAYE
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
40
श्रेणी :
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पिंग रोने लगा। वह
बोला, “आपके दिये हुए
बीज को मेंने बोया। रोज
पानी भी देता रहा। मगर
उसमें अंकर नहीं आया।
मेंने मिट्टी भी बदली। फिर भी पौधा नहीं उगा।'
1
दी
राजा मुस्कराने लगा। बच्चों को देखते हुए बोला, “यही
इस देश का राजा बनने के योग्य है|” सभी चकित रह गए |
राजा ने कहा, “आप लोगों ने बीज कहाँ से लिए
मुझे नहीं पता। मैंने जो बीज दिए थे वे पके हुए थे।
उनमें से पौधे उगना तो संभव ही नहीं था।
में पिंग की ईमानदारी की प्रशंसा करता हूँ।
चीनी लोक कथा
$ कथा झरना 1 (॥धााता। 10हां
चिद्रांकनः: एस पी शजू हित 10 रिएचकं
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