भिन्न से अनुपात की ओर | BHINN SE ANUPAT KI ORE

BHINN SE ANUPAT KI ORE by पुस्तक समूह - Pustak Samuhमुहम्मद उमर -MUHAMMAD UMAR

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मुहम्मद उमर -MUHAMMAD UMAR

2010 से राजस्थान के अजीम प्रेमजी फाउंडेशन में गणित के लिए एक संसाधन व्यक्ति के रूप में कार्यरत

.

एसआईईआरटी उदयपुर, राजस्थान (आईजीआईजी राजस्थान) में शिक्षाशास्त्र और पाठ्यक्रम विशेषज्ञ
एकलव्य में अनुसंधान सहयोगी गणित - शैक्षिक अनुसंधान और नवाचार संस्थान, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश।
जागृति बाल विकास समिति, कानपुर, उत्तर प्रदेश में गणित और विज्ञान शिक्षक।
आईआईटी कानपुर में सामाजिक परिवर्तन के लिए एक थिएटर ग्रुप, जन चेतना मंच के संस्थापक सदस्य
...के रूप में भी काम किया |

संपर्क नंबर: 9001565000

ई-मेल आईडी: [email protected]

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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बढ़ते क्रम में जमाया था। भिन्‍न संख्याओं की मात्रा पर ध्यान न देने का चलन इतना व्यापक है कि कई कार्यशालाओं के दौरान मैंने पाया है कि तकरीबन 90 प्रतिशत प्रतिभागी - शिक्षक हों या छात्र - इस मशीनी तरीके का ही इस्तेमाल करके सवालों को हल करते हैं। कुछेक ने भिन्‍न को दशमलव में परिवर्तित करके भी बढ़ते क्रम में जमाया। दोनों ही विधियाँ अपनाने वालों ने यदि भिन्‍न संख्याओं को उनके मौलिक रूप में ही देखकर मात्रा का अन्दाज़ लगाया होता तो उन्हें हर बराबर करने या दशमलव में बदलने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती। इन लोगों ने सवाल को सही हल तो कर लिया लेकिन उनका हल यह नहीं दर्शाता कि भिन्‍न संख्याओं की उनकी समझ बन पाई है। क्या भिन्‍न संख्याओं को उनके मौलिक रूप में ही देखकर उसकी मात्रा का अन्दाज़ लगा पाना बहुत मुश्किल है? खामी कहाँ है? हमारी किताबों में भिन्‍न से कुछ इस तरह परिचय कराया जाता है। * के के (के 1/2 1/4 3/4 ऊपर 1/2, 1/4 और 3/4 के लिए बने चित्रों को दिखाकर किताबें तथा शिक्षक, दोनों ही बच्चों के मन में कुछ इस तरह की समझ विकसित करते हैं 1/2 - एक वस्तु के दो बराबर टुकड़ों में से एक टुकड़ा ले लिया। 1/4 - एक वस्तु के चार बराबर टुकड़ों में से एक टुकड़ा ले लिया। 3/4 - एक वस्तु के चार बराबर टुकड़ों में से तीन टुकड़े ले लिए। इसके चलते बच्चों के मन में भ्रम पनपता है कि 5/4 के लिए यह कैसे कहा जा सकता है कि एक वस्तु के चार बराबर टुकड़ों में से पाँच टुकड़े ले लिए? और 5/4 के लिए चित्र कैसे बनेगा? ऐसी स्थिति में हम 5/4 को तोड़कर मिश्र भिन्‍न बनाना सिखाते हैं, फिर उसका चित्रांकन समझा पाते हैं। 5/4 <- 1 और 1/4 48 शैक्षणिक संदर्भ अंक-1/ (मूल अंक 68)




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