रोज़ और म्याऊ | ROSE AUR MIYAOON

ROSE AUR MIYAOON by पुस्तक समूह - Pustak Samuhह्रदय निचानी - HRIDAY NICHANI

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ह्रदय निचानी - HRIDAY NICHANI

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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रोज़ को म्याऊ को उदास देख कर अच्छा नहीं लगा। रोज़ गेंद लेने के लिए पानी में कूद गई। वह गेंद ले आई परन्तु पूरी तरह भीग गई।




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