अर्थशास्त्र | COMIC BOOK ON ECONOMICS

COMIC BOOK ON ECONOMICS by जीन पियरे पेटिट - JEAN PIERRE PETITजॉन मर्फी - JOHN MURPHYपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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जीन पियरे पेटिट - JEAN PIERRE PETIT

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जॉन मर्फी - JOHN MURPHY

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पुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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हम उन्हें ही इस समस्या का हल निकालने को कह सकते हैं। जब हमने यह धन जारी किया तो एक मछली की कीमत एक लोहे का टुकड़ा थी। हमने ज्यादा लालच किया और कीमतें काबू से बाहर हो गईं। बदकिस्मती से वे सब मारे जा चुके हैं। हमें जल्द ही टुकड़े बनाने बंद करने होंगे। पर उधर क्रोमिरों के लिए भी राजा न्यूमिस के आर्डर ने नई <था- 177 पाक तो तुम इतनी सी मछलियां ५ अच्छ कम दथ ४ कर लाई हो। चहल हल 22 ला | एप 7 अधा, ट 1 मछलियों की संख्या घटती जा रही है। अपने नुकसान की भरपाई के लिए मुझे कीमत दुगनी करनी होगी। एक मछली को कीमत टुकड़ों के आठ हाथ। क्‍ |, कक हर || टेट अत रै हे ६ ६ 0 क ३ था 5711 कल | थी! ० ह्पँ [१ शा ०४१! » 1: व , ५ क। ड्ः ् ६. 1०2७ ४ “ / ८ क्या। एक मछली के लिए टुकड़ों के आठ हाथ? तुम्हारी मछली मंहगी होती जा रही है।




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