चिमनियों के साये तले | CHIMNIYON KE SAYE TALE
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
120 KB
कुल पष्ठ :
4
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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मुहम्मद उमर -MUHAMMAD UMAR
2010 से राजस्थान के अजीम प्रेमजी फाउंडेशन में गणित के लिए एक संसाधन व्यक्ति के रूप में कार्यरत
.
एसआईईआरटी उदयपुर, राजस्थान (आईजीआईजी राजस्थान) में शिक्षाशास्त्र और पाठ्यक्रम विशेषज्ञ
एकलव्य में अनुसंधान सहयोगी गणित - शैक्षिक अनुसंधान और नवाचार संस्थान, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश।
जागृति बाल विकास समिति, कानपुर, उत्तर प्रदेश में गणित और विज्ञान शिक्षक।
आईआईटी कानपुर में सामाजिक परिवर्तन के लिए एक थिएटर ग्रुप, जन चेतना मंच के संस्थापक सदस्य
...के रूप में भी काम किया |
संपर्क नंबर: 9001565000
ई-मेल आईडी: [email protected]
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अपने लोगों की बेहतरी के लिए काम करना चाहते हैं। अपने जीवन में जो बदलाव महसूस किया है उसकी तपिश
अब वे दूसरे बच्चों तक भी पहुँचाना चाहते हैं।
विकास के रास्तों पर तेज़ रफतार दौड रही इस दुनियाँ में ईंट-गारे और मजदूरों की जरूरत शायद कभी
खत्म नही होने वाली है। इसके मायने ये हुए कि ये चिमनियाँ और इनकी जद में बसी जिन्दगियाँ हमे आगे भी
बरसों बरस तक देखने को मिलती रहने वाली हैं। ऐसे में इनके और इनके बच्चों की बेहतरी के लिए सिर्फ विजया
दीदी सरीखे लोगों द्वारा किये जा रहे प्रयास महत्वपूर्ण होते हुए भी नाकाफी हैं। आज जब यह कहा जा रहा है
कि अच्छी शिक्षा प्राप्त करना हर बच्चे का अधिकार है, तो हम आप इस तरफ आँखे मूँदकर नही बैठ सकते। इस
तरह के काम व्यापक पैमाने पर किये जाने की बहुत जरूरत है। सरकार और समाज दोनो को आगे आना होगा।
मोहम्मद उमर
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