खेल खेल में शिक्षा | KHEL-KHEL MEIN SHIKSHA

KHEL-KHEL MEIN SHIKSHA  by पुस्तक समूह - Pustak Samuhविष्णु चिंचालकर - VISHNU CHINCHALAKAR

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विष्णु चिंचालकर - VISHNU CHINCHALAKAR

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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_टहनियाँ अच्ची कण जआए सकती हैं । उस प्रकार टहनियाँ किएजले एर जद्दें तक हो तक़े समान आकाए के टुकड़े काट लीनिए। सप्त ग्कर देलीन अआकाए के हुकड़े खूब // नव तीलिए ताकि हश बेलने ९ हलेए सुल्लैश अ्फिला हु न्मन्स्णः लो पीर उनकी जगाबूट से तरह-तरह वे डजाउत्त, कि तथा अपर बना सकें, । तारे अश्षर केक्‍ल उन्ही अकारों का प्रयोग करे बन सकते है | में कुछ नमूने प्रस्तुत का हैं। इस प्रकार अलग अलग अकएके टुकड़ों शी जमावट चक्र श् का हा भीतधा अल्लरोंका जे जि | प्यु जा जान भी | उम्त लेल में अक्तों (८ ६४ की सही पहचान बालकों को ८ | | ८. (४) हो सकती हे तथा लेशेष्ट न अकारी रा चयन «1 के | (_ र (3 छे और उसकी जगह पर योजना का (| )] अभ्यात भी हो सकता है । | /1 दर हि अमरों के, अलावा नमावट से फमिन-भिन हु हे <्‌ (नारों की भी सतना सेललखेल में हो समती है। छ्स हल . जमाबट के द्वारा कई प्रतए के डिनाउंस अपनी कल्फा[साकी [ है, बी ०दतबनाएजा सकते है | व्निसन बनाते -बनाते अक्षा सी ४५ ><जह एप 5 1 >1॥॥)१/१/1/ ४ फट 2.५ 3 2:1४0/2




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