सौर ऊर्जा की कहानी | STORY OF SOLAR ENERGY

STORY OF SOLAR ENERGY by अरविन्द गुप्ता - ARVIND GUPTAपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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यूनानी नुस्खा | 5 सुकरात के अनुसार: आदर्श घर वो है जो गर्मियों में ठण्डा और जाड़ों में गर्म रहे। पर 2500 साल पहले इस आदर्श को हासिल करना है ५ बहुत मुश्किल था। ] ५ ध ) रा गा) यूनानियों के पास जाड़ों कर ब्छो 5... ) ) (/ में घर गर्म करने और न ९५८४३::77..०८ ५22 / गर्मियों में उसे ठण्डा २ शी । रखने के लिए कोई न कृत्रिम साधन नहीं था। एछ द्ध कि यूनान में खाना पकाने और घर गर्म करने के लिए लकड़ी की जबरदस्त माँग के कारण वहाँ जंगलों का सफाया हुआ। दूसरी ओर घर और जहाजों के निर्माण के लिए भी लकड़ी की जोरदार माँग थी। इसलिए ईसा पूर्वी 5वीं “' में यूनान के सभी जंगल कट गए। जंगल कटने के बाद वहाँ ऊर्जा के अन्य वैकल्पिक साधनों की खोज शुरू हुई। भाग्यवश वहाँ सूर्य की ऊर्जा मुफ्त में और प्रचुर मात्रा में उपलब्ध थी। जल्द ही यूनानियों ने अपने घरों को जाड़ों में सूर्य की ऊर्जा से गर्म करना और गर्मियों में उन्हें ठण्डा रखना सीखा। यूनान निवासी शायद दुनिया के पहले अग्रणी सोलर-आकिटेक्ट (वास्तुशिल्पी) थे। यूनानियों को मालूम था कि जाड़ों में सूर्य आसमान में नीचे रहता है और गर्मियों में वो सिर के ऊपर होता है। इसलिए उन्होंने अपने घरों का इस प्रकार निर्माण किया जिससे कि जाड़ोों की धूप से वो गर्म हो सकें। छज्जों और दीवारों के नीचे आती छठतों द्वारा उन्होंने गर्मियों में अपने घरों का ठण्डा रखना सीखा।




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