शरारती पहाड़ी भेडा | SHARARTI PAHADI BHEDA

SHARARTI PAHADI BHEDA by चान थड - CHAN THUDपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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फिर एक हाथी वहां आया । चूहे ने उससे विनती की : झ्रो महाबली गजराज ! मैं दर्दे से मरा जा रहा हूं। आप मुझे बचा लें, मैं एक न एक दिन जरूर इसका बदला चुका दूंगा। “अरे बेशर्म, कहना आसान है, लेकिन करना नहीं | बड़ा आया बदला चुकाने वाला ' गनीमत समझ कि मैंने तुझे अपने परों तले रोंदा नहीं | यह कहकर हाथी भी संड़ हिलाता चला गया।




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