इम्मानुएल का सपना | IMMANUAL KA SAPNA - SACHCHI PRERAK KAHANI

IMMANUAL KA SAPNA - SACHCHI PRERAK KAHANI by पुस्तक समूह - Pustak Samuhलौरीन थोम्पसन -LOREEN THOMPSON

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लौरीन थोम्पसन -LOREEN THOMPSON

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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अब इम्मानुएल ही उनका एकमात्र सहारा था. मां के बहुत मना करने के बावज़ूद, इम्मानुएल एक रात ट्रेन में बैठकर घाना की राजधानी - अक्रा जा पहुंचा. अक्रा, उसके शहर से 150 मील दूर था. और इम्मानुएल बिलकुत्र अकेला था. उसे पता नहीं था, कि वो अपने परिवार से पूरे दो साल बाद ही, दुबारा मिल पाएगा.




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