मेरी ग्रामीण शाला की डायरी | MY COUNTRY SCHOOL DIARY
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
7 MB
कुल पष्ठ :
156
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
जूलिया वेबर गॉर्डन - JULIA WEBER GORDON
No Information available about जूलिया वेबर गॉर्डन - JULIA WEBER GORDON
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)98 मेरी ग्रामीण शाला की डायरी
में किया जाता था। कमरे के एक कोने में एक अलाव है। कमरे के प्रवेश
दरवाज़े के बाहर एक छोटा-सा हॉल है जिसमें एक सिंक लगा है, पर चालू पानी
नहीं है। यह हिस्सा कोट आदि टाँगने के लिए काम आता है। दूसरी ओर एक
रसोई है। वहाँ दीवार में ही दो अलमारियाँ बनी हुई हैं, फर्श से छत तक। पकाने-
खाने के सभी बरतन-भौंडे इनमें आराम से समा सकते हैं। वहाँ तेल का दो-मुँहा
स्टोव भी है।
जब मैं और श्री हार्ट वहाँ से निकले तो शाला भवन साफ-सुथरा था, और बैसा
नज़र भी आ रहा था। इस साल अन्दरूनी दीवारें हल्के मलाइया-पीले रंग से
पोती गई हैं।
मंगलवार, 8 सितम्बर
गर्मियों के दौरान मैंने फैनी डनन तथा मार्सिया एबरेट की किताब फोर ईयर्य इन
“आ कंट्री स्कूल फिर से पढ़ी और उन पाठयपुस्तकों को भी देखा जिनका
इस्तेमाल मुझे करना है। आज मैं पहले दिन की तैयारी करने का महत्वपूर्ण काम
करने बैठी हूँ। बच्चों को यह लगना चाहिए कि उन्होंने सच में कुछ हासिल किया,
और जो समय यह सब करते गुज़ारा उसमें उन्हें मज़ा भी आया। तभी तो अगले
दिन लौटकर आने की चाह जागेगी। जो कार्यक्रम मैं बनाऊँ वह मुझे बच्चों को
काम करते देखने का मौका भी दे, ताकि मैं उन्हें जान सर्कूँ और उनके मनोभाव
ताड़ सकूँ। पर साथ ही यह कार्यक्रम इतना तयशुद्ध तो हो ही कि मैं आत्मविश्वास
से बच्चों के साथ हँस-खेल सकूँ और ये मुझे अपना दोस्त मान सकें। समूचे साल
को सफलता और असफलता काफी हद तक इस पहले दिन पर टिकी हुई है।
मेरी योजना की रूपरेखा यों है:
प्रात: 9 से 9:30: मेज़-कुर्सियों की ऊँचाई बच्चों के हिसाब से ठीक करना।
किताबें और सामग्रियाँ बाँटना (इससे बच्चों को शुरू से ही सक्रिय रूप से कुछ
करने को मिलेगा)।
9:30 से 10:30: सामाजिक अध्ययन। शुरू में दस मिनट बच्चों को कुछ बताना।
सम्भव हो तो उन्हें अपने विषय में कुछ बताने को उकसाना।
बड़ी कक्षाओं (छठी, सातवीं, आठवीं) के समूह और बीच के (चौथी, पॉंचवीं
के) समूह को इतिहास को पाठ्यपुस्तक के कुछ पन्ने पढ़ने को कहना। जिन
मैंने बच्चों को जानना सीखा 29
सवालों के जबाब उन्हें देने हैं उन्हें ब्लैकबोर्ड पर लिख देना होगा। ये बच्चे खुद
पढ़ेंगे और मैं अगले बीस मिनट प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों से बातचीत
करूँगी।
प्राथमिक बच्चों से यह बात करूँगी कि गर्मियों में उन्होंने क्या-क्या मज़े किए।
छोटे बच्चे अमूमन बात करते समय अपने पालतू जानवरों पर रा आ जाते हैं।
कोशिश यह करनी होगी कि सभी बच्चे कुछ योगदान ज़रूर करें। उनके साथ
छोटी-छोटी पुस्तकें बनाने की योजना बनाऊँगी, जो शायद डर पालतू
जानवरों पर होंगी। उनसे कहूँगी कि बे चित्र बनाएँ और जो कुछ उन्होंने चर्चा
में कहा था उसे लिख डालें।
प्राथमिक बच्चे अपना काम जारी रखेंगे और मैं बिचले समूह के साथ पन्द्रह
मिनट काम करूँगी। हम एक-एक कर सभी सवालों पर चर्चा करेंगे। तब
प्राथमिक बच्चे बिचले समूह के एक बच्चे के नेतृत्व में बाहर चले जाएँगे। बिचले
समूह के शेष बच्चे चर्चा के अनुसार काम जारी रखेंगे। मैं तब बड़ी कक्षाओं
के बच्चों के साथ पन्द्रह मिनट की चर्चा करूँगी। बातचीत उसी तरह होगी जैसे
बिचले समूह के साथ हुई थी।
10:30 से 10:50: शारीरिक शिक्षा। चौथी से आठवीं तक की कक्षाओं के बच्चों
को डॉज बॉल खिलवाना शुरू कर प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के साथ खेलूँगी।
10:50 से 12:00: प्राथमिक बच्चों की “क्लार्क इंग्राहम पठन निदान परीक्षा” लूँगी।
(इससे उनकी पठन क्षमता का कुछ पता चल सकेगा।) इस दौरान बड़े ।
अपनी-अपनी “रीडर” में से पहली कहानी पढ़ेंगे और उनकी समझ को जाँचने
के लिए कुछ सवालों के जवाब देंगे। यह काम खत्म करने पर बे पुस्तकालय
से लाई नई किताबें देख-पढ़ सकेंगे, जिन्हें मैं स्कूल ले जाऊँगी।
12:00 से 1:00: बीस मिनट का भोजन अवकाश और फिर मैदान में खेल-कूद।
1:00 से 1:30: प्रार्थना इत्यादि। बाइबल पढ़ना, अमरीकी ध्वज को सलाम।
संगीतः बच्चों से गोल्डन बुक ऑफ सॉगस से चुनकर गीत गाने को कहना।
1:30 से 2:15: बड़े बच्चों का गणित निदान टेस्ट लूँगी। छोटे बच्चे पुस्तकालय की
किताबें देख-पढ़ सकेंगे और बाहर खेलेंगे। यह पीरियड मुझे बच्चों के काम का
अवलोकन करने का मौका देगा। सवा दो बजे प्राथमिक बच्चे घर लौट जाएँगे।
User Reviews
No Reviews | Add Yours...