मदर टेरेज़ा | MOTHER TERESA
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
30
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)झुग्गी-झोपड़ियों में परियां
एक दिन मदर टेरेसा कलकत्ते की एक झोपड़-पट्टी
में घूम रही थीं. तभी उन्हें एक कचरे के ढेर में एक
महिला पड़ी हुई दिखी. वो महिला मर रही थी. उसकी
हालत बहुत खराब थी.
मदर टेरेसा ने उस महिला को उठाया. वो उसे
अस्पताल ले गई. क्योंकि वो मरने की हालत थी
इसलिए अस्पताल वालों ने उसे दाखिल नहीं किया. पर
मदर टेरेसा ने कहा कि जब तक वो उस बीमार महिला
को दाखिल नहीं करेंगे तब तक वो वहां से नहीं जाएगी.
अंत में मदर टेरेसा की जीत हुई.
इस घटना के बाद शहर के अफसरों ने मदर टेरेसा
को एक इमारत दे दी, जिसे वो बहुत सख्त बीमार
मरीजों के लिए उपयोग कर सकती थीं. मदर टेरेसा ने
उसका नाम रखा “निर्मत्र ढृदय” उसका मतलब है नेक-
दिल
User Reviews
No Reviews | Add Yours...