ममीज़ - मिश्र में बनीं | MUMMIES MISTRA MEIN BANI

MUMMIES MISTRA MEIN BANI  by अलीकी -ALEEKIपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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बहत से मखोटे “कार्टनऐज” से बनाये जाते थे - यह पदार्थ कपड़े और प्लास्टर से मिलकर बनता था. पहले उन मुखोटों को ढाल्रा जाता था और फिर उन्हें रंगा जाता था. कभी-कभी मुखोटे सोने के बनाये जाते थे और उनमें महंगे रत्न मढ़े जाते थे. अक्सर उनमें ओरिसिस की दाढ़ी को गुंथी चोटी जैसे दिखाया जाता था. मन्त्रों की एक किताब जिसका नाम था “मृतक की पस्तक” को भी “ममी” के साथ में दफना दिया जाता था. यह मंत्र कागज़ सूचिपत्रों पर लिखे होते थे. ऐसा मानना था उनको रखने से मृतक को शाश्वत शान्ति मिलेगी.




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