हेरिएट टबमेंन | HARRIET TUBMAN

HARRIET TUBMAN by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaडेविड -DAVID

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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रात को हेरिएट ने अपने तीन भाइयों के साथ पल्रायन किया. उनके पास न खाना था, न पैसे. कहाँ जाना है? यह भी उन्हें नहीं पता था. कुछ दूर जाने के बाद हेरिएट के भाइयों ने अपना मन बदला और वापिस आए. वे हेरिएट को भी अपने साथ ज़बरदस्ती वापिस लाए. दो रातों के बाद हेरिएट ने अकेले ही पलायन किया. “८मझे अधिकार था अपनी मक्ति का, या फिर मात का,” उसने पलायन के बाद कहा. “अगर मझे




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