चुस्किट का पहला स्कूल | CHUSKIT KA PEHLA SCHOOL

CHUSKIT KA PEHLA SCHOOL by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaसुजाता पद्मानाभन - SUJATA PADMANABHAN

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सुजाता पद्मानाभन - SUJATA PADMANABHAN

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एक शाम जब चुस्किट अपने दादाजी के साथ घर के बाहर बेठी थी, तभी एक छोटा लड़का उसके पास आया। उसने चुस्किट के दादाजी को एक पत्र दिया। “नमस्ते (जुले)! ड्राइवर ने मुझे इस चिट्ठी को आपको देने के लिए कहा है,” उसने कहा। “मेरा नाम अब्दुल है,” उसने चुस्किट की ओर देखते हुए कहा। “मैं गवर्नमेंट स्कूल में छठी कक्षा में पढ़ता हूं। तुम स्कूल क्‍यों नहीं आती हो? में अक्सर इस बारे में सोचता हूं।” (0706 6४७॥॥०७ ५४श1४॥1 (॥प७5[ 4 ४४४5७ 51170 0५15106 116 10056 ४शाा 16 त्ाधाएतधरा161, 3 ४0७10 00% ०४116 ७[0 10 161. 116 ०911160 8 6 ४शा०॥ 16 191060 0५७10 116 क्षात्तताव।6, “3॥॥8५! 116 0७5 011५७ 35/(60 116 10 01४५8 1115 10 ५00, 116 5810. “2॥॥५ 19116 15 000, 7 ॥6 590 धा11168 10 (७5८1. ४ध|॥ 50७09 ॥1 01855 6 1 116 (900४6111176111 51001. 1 18५6 ०1७71 ४४०0706160 ४४७५ ४0५७ 0071 ८0716 10 500001.7




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