डॉक्टर डूलिटिल की घर वापसी | DOCTOR DOLITTLE KEE GHAR VAPSI

DOCTOR DOLITTLE KEE GHAR VAPSI  by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaह्यू लोफ्टिंग - HUGH LOFTING

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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##-#-कजक ऋ की अक-++-बक की अत तको अल अत के ओके आज -उक #- आन ४ “उसका ऊन एकदम जादुई है “जादुई ऊन!” उनकी बहन ने कहा | और तेज़ी से बढ़ता है बहन की आँखों में चमक थी | डॉक्टर डूलिटिल ने कहा. “में तुम सभी के लिए उस ऊन का “काश किसी जादुई तरीके से हम एक-एक स्वेटर बनेगी. फिर किसी इन बिलों का भुगतान कर पाते.” 0... को ठंड नहीं लगेगी” <« रे हैक ९७-७९ जके तक क--क आओ की #--औ आकर अजीत आ। कक तओ की. की जी लकी पी जी ही की तल पी ही की ही ही की तन पी पी हैक कौ जप #- का का एन आय कक सके जननी कक -अि कब +---




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