डेस्मंड टूटू | DESMOND TUTU
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
1 MB
कुल पष्ठ :
30
श्रेणी :
यदि इस पुस्तक की जानकारी में कोई त्रुटि है या फिर आपको इस पुस्तक से सम्बंधित कोई भी सुझाव अथवा शिकायत है तो उसे यहाँ दर्ज कर सकते हैं
लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
पुस्तक समूह - Pustak Samuh
No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)1957 में सरकार ने कहा कि अश्वेत बच्चों को
गोरे बच्चों जैसी शिक्षा नहीं दी जा सकती थी. अश्वेत
बच्चों को “बन्टू शिक्षा” मिलनी चाहिए. बहुत से
शिक्षकों को यह निर्णय गलत लगा. उन्होंने विरोध में
अपनी नॉकरियां छोड़ दीं. डेस्मंड टूटू उनमें से एक थे.
फिर डेस्मंड की ज़िन्दगी बदली. अब उन्होंने
एंग्लिकन चर्च में पादरी बनने की पढ़ाई शुरू की.
1961 वे पादरी बने.
शुरू में फादर टूटू ने दक्षिण अफ्रीका के एक चर्च
में काम किया. फिर 1962 वो अपने परिवार के साथ
इंग्लैंड चले गए. वहां उन्होंने किंग्स कॉलेज, लन््दन में
पढ़ाई की और कई चर्चों में काम किया.
1967 में टूटू परिवार दक्षिण अफ्रीका वापिस लौटा.
वहां पर फादर टूटू ने, फ़ेडड़ल थीओलॉजिकल्र सेमिनरी
में पढ़ाया. उसके बाद उन्होंने लेसोथो की नेशनल
यूनिवर्सिटी में पढ़ाया.
User Reviews
No Reviews | Add Yours...