चलो खतरे को वरदान बनायें | CHALO KHATRE KO VARDAN BANAYEN
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
6 MB
कुल पष्ठ :
85
श्रेणी :
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कमला भसीन - KAMALA BHASIN
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand). आओऔ अब रुचआईवी,सड्स का
विस्तार दैखें को
(53/0७0 उसका दिन दुना रात चौंगुना हीता
सकल आकार दैखे
७ दुनिया के 3 करौड़ लोगौं मैं रुचआईवी पहुँच चुका हैं और ये
लौंग मौत का सामना कर रहै है ।
आज रीज़ाना 8000 नये लौगौं मैं यह निषाणु ध्लायरस)चर कर रहा ढै
यानि हर क्षण
नये शिकार नये बीमार ./
७५1० (वर्ल्ड हैल्थ और्गनाईज़ैदन )का अन्दाज़ा हैं कि रुचआईवी'
अगर डसी तरह फैलता रहा तौ नर्ष 2000 तक 4 करौड़ लौग इस
के चंगुल मैं होंठो ।
७ भारत मैं |997 मैं 77541 ग्यक्तियौं मैं सचआईवी हौने की जानकारी थी।
७जिन्हें रड़स हैं उन मैं 89% सुसे है जिनकी उम्र 15 से 4+ वर्ष के
जीच है , जो यौनिक रुप से सक्रिय हैं व जी आर्थिक उत्पादन
में लठी हुस हैं।
....यै आँकड़े सिर्फ उनके बरि मैं हैं जिन का पता हैं ।
क्या पता कितनी का अभी नहीं पता.....
ये “वा, जिले दहलाने जाती है पर...
#*.. . मकसद नहीं हैं. पु कहें डराना. पल
हम चाहते है तुम्हें चैताना ,आस जगाना:
हैँ
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