पूरी क्यों फूलती है ? | POORI KYOON FOOLTI HAI - PRATHAM

POORI KYOON FOOLTI HAI - PRATHAM by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaवर्षा जोशी - VARSHA JOSHI

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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क्या ज्वार, बाजरे या चावल के आटे से पूरियाँ बन सकती है, अगर नहीं तो क्‍यों? गेहूँ के आटे से पूरियों के अलावा हम और क्या चीज़ें बना सकते हैं? अगर आटे में ज़्यादा पानी डाल दिया जाये तो क्या होगा? अगर हम आटे को खाना पकाने के दूसरे तरीकों, जैसे तंदूर या तवा पर पकाते हैं तो क्या होता है?




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