पारो की कहानी | PARO KI KAHANI

PARO KI KAHANI by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaसुरगा मेहदी SURGA MEHDI

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सुरगा मेहदी SURGA MEHDI

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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'वह जादूगरनी है ! नौजवान को यही बात सही लगी । उस पर वाक़ई पारो ने जादू कर दिया था । वह अब हर समय पारो के बारे में सोचता था। मगर पारो उसे दूर से देख कर रिक्शा तेज़ी से निकाल ले जाती । और वह उसे आवाज़ें ही देता रह जाता ।




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