हेरिएट बीचर स्टो | HARRIET BEECHER STOW

HARRIET BEECHER STOW by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaडेविड -DAVID

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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सिनसिनाटी में हेरिएट को अखबारों में इश्तहार दिखे, जिनमें भागे हुए गुलामों को पकड़वाने के लिए पुरुस्कार का वादा भी था. कुछ अबोनिनिस्ट” - जो गुलामी ख़त्म के खिलाफ थे उनको क़त्ल करने पर भी पुरुस्कार का ऐलान था. फिर 1833 में, जब सेमिनरी में गर्मियों की छुट्टियाँ थीं तब हेरिएट ने खुद गुलरामों की दयनीय हालत को देखा. उसने गुलाम मालिकों की ज्यादती और उनका दुर्व्यवहार भी देखा. उस प्रत्यक्ष अनुभव का हेरिएट बीचर पर बहुत गहरा असर पड़ा. । कि 2: ५७५. &« ४ ७ व्यय लि | फु की >> हक हे #ऊ कै को ।ए । हा हि. $ ४ रे 5




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