अमेलिया इयरहार्ट | AMELIA EARHART

AMELIA EARHART by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaडेविड -DAVID

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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मई 19277 में अटलांटिक महासागर को पार करने वाले पहले व्यक्ति बने. उसके अगले साल अमेलिया इयरहार्ट उड़ान भरने वाली पहली महिला बनी. उन्होंने मेत्री नामक हवाई-जहाज पर अपना यह सफर तय किया. जून 19 28 में अमेल्रिया, बिल स्टाल्ट्स और स्लिम गॉर्डन बहुत अच्छे दोस्त बने. इस जहाज को नारंगी रंगा गया, ताकि किसी भी दुर्घटना में उसे खोजना आसान हो और उसे नाव के ऊपर पोंटूनों पर रखा गया. इमरजेंसी के दौरान वे इसकी सहायता से समुद्र पर उतर सकते थे. यात्रा से पहले अमेलिया ने अपनी माँ को तार लिखा और कहा “मेरी चिता मत करना. इस प्रयास के परिणाम से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मेरे लिए इस अनुभव का अहसास बहुत महत्वपूण है.” स्टोटज़ के विमान की उड़ान भरने से पहले, अमेल्िया ने नक्शे की जांच की और अपनी गति और उचाई का रिकॉर्ड लिया. उन्होंने खिड़की से जब बादलों को देखा जो “सफेद रंग में अद्भुत आकार” के रूप में प्रतीत हो रहे थे. उन्होंने उसे “गुल्रपिंग ब्यूटी” कहा. 18 जून, 19 28 को, हवा में बीस घंटे और चालीस मिनट के बाद, विमान बरी पोर्ट, वेल्स के बंदरगाह पर पानी में उतरा. अमेल्रिया ने इस उड़ान को “एक भव्य अनुभव” के रूप में वर्णित किया. विमान की परिचालका होने की वजह से उन्होंने अपने आप को “सामान” वस्तु के जैसा महसूस किया क्‍योंकि वह इस विमान की पायलट नहीं थी.




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