आश्चर्य लोक में एलिस | ALICE IN WONDERLAND

ALICE IN WONDERLAND by पुस्तक समूह - Pustak Samuhलुईस कैरोल - LOUIS CARROLL

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लुईस कैरोल - LOUIS CARROLL

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एलिस-खूब गिरा । मजा आ गया, चला था हीरो बनने। बहुत रौब झाड़ रहा था। हूँ.. हूँ... । (खरगोश ने चिल्ला-चिल्लाकर नौकरों और पड़ोसियों को इकट्ठा कर लिया। खरगोश का हाल देखकर सब घबरा गए।॥) खरगोश-तुम लोग देखो-जरा ये तो बताओ, खिड़की में से क्या हिल रहा है? अरे माली! कहाँ गया तू? एक-(घबराकर) ह॒जूर, यह तो पंजा है। किसी आदमी का पंजा है।, खरगोश-आदमी का पंजा। अबे पागल इतना बड़ा आदमी का पंजा होता है कहीं । पूरी खिड़की के बराबर । दो-चाहे जो हो, है आदमी का पंजा ही। एलिस-(एलिस सबकी बातें सुन रही थी।) बोली-आओ । आओ! और नजदीक आओ! देखूँ, क्या-क्या करते हैं। कैसे बेवकूफ हैं सबके-सब | जरा भी अक्ल नहीं | इन्हें सूझ ही नहीं रहा कि छत ऊपर से हटा दें। (सब लोग खुसर-फुसर करते हैं।) ये कुछ और करें इसके पहले भागूँ यहाँ से.... । (एलिस ने देखा कि कई तरह के जीव-जन्तु इकट्ठे खड़े हुए हैं। उन सबने उसे घेरना चाहा। लेकिन वह सबको चकमा देकर भागी। भागते-भागते एलिस एक जंगल में जा पहुँची। थोड़ी खुली हवा पाकर वह रुक गयी और गुनगुनाते हुए इधर-उधर घूमने लगती है। घूमते-घूमते एलिस ने सोचा कि सबसे पहले मुझे अपने साधारण कद में आ जाना चाहिए। और फिर उस खूबसूरत बगीचे में टहलने चलना चाहिए। अचानक उसे किसी के भौंकने की आवाज सुनायी दी। उसने झाड़ियों के बीच में झाँककर देखा। वहाँ कुत्ते का एक बड़ा सा पिल्ला गुर्रा रहा था। एलिस को लगा कि पिल्ला उसके साथ खेलना चाह रहा है। उसने एक लकड़ी उठाकर उसके आगे की। मगर वह इतने जोर से भौंका कि एलिस सहमकर पीछे हट गयी-यह लकड़ी को हड्डी समझ रहा है। एलिस ने फिर उसे तू..तू... तू... तू... कहा। पिलला और भी जोर से भौंकने लगा॥) एलिस-उई! माँ... ये तो सर. पर ही आ गया। कैसे बड़े-बड़े दाँत हैं। झबरा कहीं का। अगर इसने झपट्टा मार दिया तो-भागूँ यहाँ से। (भागते-भागते एलिस काफी दूर निकल गयी। थोड़ी देर में वह थक गयी। उसे जोर से भूख लग रही थी। आस-पास घास-फूस-फूल-पत्तियों के अलावा कुछ भी नहीं था। वह जहाँ खड़ी थी-वहाँ एक कुकुरमुत्ता उगा हुआ था। कुकुरमुत्ते की लम्बाई एलिस के बराबर ही थी। एलिस को रोना-सा आ जाता है कि उसकी और कुकुरमुत्ते की लम्बाई एक ही है। उसने आस-पास देखा वहाँ उसे कुछ खास नजर नहीं जा रहा था। उसने सोचा कि देखा तो 18 / आउचर्य लोक में एलिस




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