कानथम्मा | KANTHAAMM

KANTHAAMM by अरविन्द गुप्ता - ARVIND GUPTAजे० एन० सीता - J. N. SEETAपुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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उसने थाई के लिए कुछ जगह बनाई. कानथम्मा का काम खत्म होने तक थाई को वहीं रूकना था. ! ्योष, फिर कानथम्मा ने अपने सिर पर एक कपड़ा लपेटा और वो मजदूरों की कतार में अपने स्थान पर गई. पर ठेकेदार ने उसे पहले ही देख लिया था. 21 2 >->9%#/ यह तीसरी बार लेट आई हो! कानथम्मा चुप रही. ठेकेदार उसके पैसे काट सकता था. चुप ही रहना अच्छा था नहीं तो फिर वो और ज्यादा पैसे काटता. 18




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