सोने के सिक्कों वाली बत्तख | SONE KE SIKKON VALI BATTAKH

SONE KE SIKKON VALI BATTAKH by पुस्तक समूह - Pustak Samuhलोरीन - LOREENविदूषक -VIDUSHAK

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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० 5 सी 3 यथा! | १ ००0 औ के है | कं न हु ५ / 1 $. - थ जब राजकुमार को लगा कि बत्तख उससे जोंक जैसे चिपक गई थी और वो उसे कभी छोड़ेगी नहीं. तब उसने यह ऐलान करवाया: “जो भी मुझे इस बत्तख से निजात दिलवाएगा -वो अगर मर्द होगा तो मैं उसे अपनी आधी जागीर दे दूंगा, और अगर वो महिला होगी तो मैं उससे शादी कर लूँगा.” जब शहरवासियों ने यह ऐलान सुना तो फिर तो महल के दरवाज़े पर लोगों की भीड़ लग गई. लोग, सब तरह के इलाज दढूँढने लगे. कर ह १) 52 छह. ३ _ आज 66 ्प जलन 'ओ आह याद. की मु




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