जादुई शंख | JADUI SHANKH - JAPANI LOKKATHA

JADUI SHANKH - JAPANI LOKKATHA by अज्ञात - Unknownअरविन्द गुप्ता - Arvind Gupta

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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होदेरी और इंद्रधनुष राजकुमारी” का विवाह हो गया. वह दोनों जागीरदार के घर में ही बड़े आनंद से रहने लगे. हर सुबह होदेरी और उसकी पत्नी बाग में बने मंडप में जाकर बैठ जाते. अपने साथ वह बहुत सारे केक के टुकड़े ले जाते और पक्षियों और अन्य जीवों को खिलाते. कोई उन्हें देख न पाये, इसलिये सब के जागने से पहले ही, वह दोनों बारी-बारी जादुई शंख कान पर लगा कर सब जीवों की बातें सुनते.




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