दुनिया सबकी | DUNIYA SABKI
श्रेणी : बाल पुस्तकें / Children
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
855 KB
कुल पष्ठ :
41
श्रेणी :
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पुस्तक समूह - Pustak Samuh
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सफदर हाशमी - SAFDAR HASHMI
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)तगड़ी है उसकी ख़ाला
पड़ जाये जिससे पाला
लगवा दे मुंह पर ताला।
उसके दो-दो मामा हें
इक पतले, इक गामा हैं.
मामा नहीं, डिरामा हैं।
मामी भी उसकी दो हें
वो तो जैसी हैं, सो हें
ठीक-ठाक हैं, सो-सो हैं।
जब भी संडे आता हे
नानी के घर जाता है
कितना उधम मचाता हे।
गाना उसको आता है
लेकिन नहीं सुनाता है 2
चोरी छुप्पे गाता हे।
के नाम है उसका सिंह समर
घर से उसके आई ख़बर
पांच साल की हुई उमर। ४6906.
उसके घर हम जायेंगे पा
ओर ये टेप सुनायेंगे
बढ़िया खाने खायेंगे।
न
छः
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