जल्दी करो सुस्तराम | JALDI KARO SUSTRAM

JALDI KARO SUSTRAM  by अरविन्द गुप्ता - Arvind Guptaक्रोसबी -CROSSBEE

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पुस्तक समूह - Pustak Samuh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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साइमन ने एक पाँव रखा अंदर. साइमन ने दो पाँव रखे अंदर. फिर वह बैठ गया हैट के अंदर. और हैट लगी चलने पानी पर. मैं नाव चला रहा हूँ.” साइमन चिल्लाया. मैं नाव में यात्रा कर रहा हूँ, वाह!” सूरज चमक रहा था और आकाश नीला था. हैट में बैठा साइमन तालाब में उसे नाव सा चला रहा था.




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