मै विरोध करती हूँ | MAIN VIRODH KARTI HOON!

Book Image : मै  विरोध करती हूँ  - MAIN VIRODH KARTI HOON!

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

देब्बी -DEBIE

No Information available about देब्बी -DEBIE

Add Infomation AboutDEBIE

पुस्तक समूह - Pustak Samuh

No Information available about पुस्तक समूह - Pustak Samuh

Add Infomation AboutPustak Samuh

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
इसमें मानने, न-मानने, की कोई बात ही नहीं थी. रुथ, स्नातक समारोह में नहीं जा पाई. वो अपना भाषण भी नहीं दे पाई. रुथ को अच्छी तरह पता था, कि माँ की उससे क्‍या अपेक्षाएं थीं. तीन महीने बाद रुथ घर छोड़कर गई और उसने कॉलेज में दाखिला लिया.




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now