फसल पीडक कीट | Phasal Peedak कीट
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
9.24 MB
कुल पष्ठ :
283
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
No Information available about हनुमान सिंह पंवार - Hanuman Singh Panwar
पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)विविधभक्षी पीड़क फसल पीड़क शायद ही कोई ऐसी फसल हो जिसे उसकी बढ़वार की विभिन्न स्थितियों में एक या अधिक कीट क्षति न पहुंचाते हों । आहार के आधार पर पीड़कों को कई वर्गों में बांटा गया हैं । एकलभक्षी कीट उन्हें कहते हैं जो एक ही प्रकार के पौधे से आहार तेते हैं । ऐसे बहुत कम पीड़क हैं जिन्हें एकलभक्षी (मोनोफैगस) कहा जा सके । इनमें से कुछ का वर्गीकरण संभवत इसलिए हुआ है कि जिन जंगली पौधों पर ये निर्भर रहते हैं उनके विकल्पों को अभी तक खोजा नहीं जा सका हैं । अल्पभक्षी (आऑलिगोफैगस) कीट वे हैं जो एक ही समूह या कुल के पौधों का भोजन करते हैं। इसका एक उदाहरण बंदगोभी तितली है । विविधभक्षी (पॉलिफँगस) कीट वे हैं जो काफी बड़ी संख्या में जंगली और फसल वाले पौधों को खाते हैं। इस पुस्तक के स्वरूप को ध्यान में रखते हुए सर्वप्रथम विविधभक्षी पीड़कों-की चर्चा की गयी हैं। अनेक क्षेत्र फसलों के समान पीड़क बहुत से ऐसे पीड़क कीट हैं जो अपनी हानिकर क्षमता से आर्थिक महत्व की फसलों और पौधों को भारी क्षति पहुंचाते हैं । जैसा कि ऊपर बताया गया है इन कीटों को विविधभक्षी पीड़क कहते हैं । इनमें से कुछ तो इतनी विविधता से भरपूर हैं कि विभिन्न फसतों के पीड़क अध्याय में भी इनकी चर्चा करना उचित नहीं है। इसलिए उनमें से कुछ महत्वपूर्ण पीड़कों के उदाहरण विविधभक्षी पीड़क अध्याय में चर्चा के लिए चुने गये हैं । टिड्टी प्लिट-ा) टिट्टी को अंग्रेजी में लोकस्ट कहते हैं जिसका अर्थ प्लेग है। इस प्रकार टिट्टी का नाम ही भयानक विनाश से जुड़ा है । प्राचीन काल से ही टिड्डियों की कुछ छोटे सींगों वाली जातियों
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