पवन ऊर्जा | Pavan Uurjaa
श्रेणी : विज्ञान / Science
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.69 MB
कुल पष्ठ :
86
श्रेणी :
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लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :
विजय सिंह - Vijay Singh
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सुनील बी.आठवले - Suneel B. Aathavale
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)पवन शक्ति का इतिहास सूर्य प्रति सैकेंड पचास लाख टन पदार्थ को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इस ऊर्जा का जो थोड़ा सा अंश पृथ्वी पर पहुंचता है वह यहां कई रूपों में प्राप्त होता है। इसमें से पवन ऊर्जा भी एक है। पवन शक्ति का आशय है वायु से गतिज ऊर्जा को लेकर उसे उपयोगी यांत्रिकी अथवा विद्युत ऊर्जा के रूप में परिवर्तित करना । पवन शक्ति का उपयोग उतना ही प्राचीन है जितना कि अभिलिखित इतिहास । पवन ऊर्जा के उपयोग की अवधारणा का विकास ई. पू. 4000 तक पुराना है जब प्राचीन मिस्र निवासी नील नदी में अपनी नावों को चलाने के लिए पाल का प्रयोग करते थे (चित्र-1) । पवन चक्कियों तथा पनचक्कियों ने सबसे पहले शक्ति के स्त्रोत के रूप में पशु शक्ति चित्र 1. नील नदी में पाल वाली एक नौका।
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