पवन ऊर्जा | Pavan Uurjaa

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
श्रेणी :
Book Image : पवन ऊर्जा - Pavan Uurjaa

लेखकों के बारे में अधिक जानकारी :

विजय सिंह - Vijay Singh

No Information available about विजय सिंह - Vijay Singh

Add Infomation AboutVijay Singh

सुनील बी.आठवले - Suneel B. Aathavale

No Information available about सुनील बी.आठवले - Suneel B. Aathavale

Add Infomation About. Suneel B. Aathavale

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
पवन शक्ति का इतिहास सूर्य प्रति सैकेंड पचास लाख टन पदार्थ को ऊर्जा में परिवर्तित करता है। इस ऊर्जा का जो थोड़ा सा अंश पृथ्वी पर पहुंचता है वह यहां कई रूपों में प्राप्त होता है। इसमें से पवन ऊर्जा भी एक है। पवन शक्ति का आशय है वायु से गतिज ऊर्जा को लेकर उसे उपयोगी यांत्रिकी अथवा विद्युत ऊर्जा के रूप में परिवर्तित करना । पवन शक्ति का उपयोग उतना ही प्राचीन है जितना कि अभिलिखित इतिहास । पवन ऊर्जा के उपयोग की अवधारणा का विकास ई. पू. 4000 तक पुराना है जब प्राचीन मिस्र निवासी नील नदी में अपनी नावों को चलाने के लिए पाल का प्रयोग करते थे (चित्र-1) । पवन चक्कियों तथा पनचक्कियों ने सबसे पहले शक्ति के स्त्रोत के रूप में पशु शक्ति चित्र 1. नील नदी में पाल वाली एक नौका।




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now