श्रुति - रत्नावली | Shruti-ratnavali
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4.81 MB
कुल पष्ठ :
290
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)शान्तिपाठ श्रुतियाँ ्
&* हमारा कल्याण हो, मन पवित्र कीजिये । 3” शान्ति:
दान्ति: शान्ति: ॥प॥४
४“ हे देवा ' हम कानोंसे कल्याणरूप वचन सुनें । ध्यान करने-
वालें हम नेत्रों से कस्याणरूप देखें ! स्थिर अंगोट्टारा सुचम श्रुतियोंसे स्तुति
करें । हे देवों ! ायुभर हम हित प्राप्त करे । महान् कीतिवाछा इन्द हमको
झानन्द देवे । विश्वका जाननेवाछा सर्य हमको आनन्द देवे । अकुश्डित
गतिवाला गरुड़ हमको आनन्द देवे । बृहस्पति हमको आनन्द देवे। 2
शान्ति शान्ति शान्ति: ॥६॥
डे जो ब्रह्माको पूर्व धारण करता है और जो उसके लिये वेदोंको
देता है, श्रात्मबुद्धिके परकाशख्प उस प्रसिद्ध देवकी शरणमे मैं समझ
जाता हू । उँ* शान्ति: शान्ति. शान्ति ॥१०॥
अद्र्ति८च-
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