राजस्थानी सबद कोस खण्ड - 3 | Rajasthani Sabad Kosh Khand-iii
श्रेणी : भारत / India, साहित्य / Literature
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
30.91 MB
कुल पष्ठ :
553
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)“प्रद्धांबर्ति ”
श्री श्रनोप री पुत, पुतठौ परमारथ रौ।
सांच भूठ परखण जिणा, भ्ाल्यो पथ पारथ रो ॥
महावीर रणधीर, फोज में थी जो करनठ।
सिंघु सरिस गंभीर, नीर गंगा ज्यूं निरमछ ॥।
हनुमांन श्रांन ने प्रांत सम, पाती थी जो पेखली ।
जीवन घिन जिए रौ नांम सुभ, शभ्रादि अ्रखर में देखलौ ॥।
--संपादक
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