भाड़ों का नकल | Bhadon Ka Nakal
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
2 MB
कुल पष्ठ :
40
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)[ ३० ]
नो+रं-(घबढ़ाक) तो साहब हमें कुछ वताओा
लोग क्यां करें ।
शैद-तुल लोग किले के बाहर ले चलो मेदान
सुताओं में मंत्र से उसे जिलाऊँगा तमै न
३०) पाउ गा उठाओ ले चलोा।
( सब नोकरां का उठा कर किले के बाहर ले जाना,
क् यानी घरदा स घुमाकर खुता देना )
नैद-अच्छा तुम लोग जोव अपने २ कमरे में
राम करो | में सवेश होते ही जिला कर किले
लोऊगा। ( नौकरों का जाना )
4द-अबका सब कौम बनल ५००) रु० भी
ली और बेगम के भी चोखलि अबका बेगम के
नें घर ले चले के वाही |
( बेद यानी डाकूका शाहत्रादी को उठा कर ले ज्ञाना )
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