लालबहादुर शास्त्री | Lal Bahadur Shastri

55/10 Ratings. 1 Review(s) अपना Review जोड़ें |
Book Image : लालबहादुर शास्त्री  - Lal Bahadur Shastri

लेखक के बारे में अधिक जानकारी :

No Information available about श्री व्यथित हृदय - Shri Vyathit Hridy

Add Infomation AboutShri Vyathit Hridy

पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

(Click to expand)
प्राराव हराम यु जिले का कोई ऐसा गाँद हो, जहाँ शास्त्रों डो न गए हों, प्रौर रूदाजित्‌ ही ऐसा कोई रूस्या हो, जहाँ शास्त्री भी मे भाषण न दिया हो । जित्ते के गाँव-गाँग में, कोने-कोने में धास्त्ी जो के माम की गूँज है प्रात कास भर से निकलते थे, हो फिर प्राधी राठ के पहले चर नहीं प्नौटसे पे । खामे-पीने की सुषि, शोर मं बाल-अच्बों को विन्‍्ता | कांग्रेस के कार्यों मे-- उसके उसूर्छों ने जैसे उसके मत को पागल गर दिया ही | डनके मन के उसी पायसपन मे--उनकों उसी परिश्रमशीसता मे--उम्हें सोकप्रिय बना दिमा । इसमा सोकप्रिय घना दिया वि बे जिस वी सीमा को स्लॉपकर प्रास्त में पहुँचे, भौर प्रपदी विशिष्टवार्भों से प्रोत की सीमा को लाँधकर सपूण देश के मेठा के पद पर भासीन हो गए । अस्तुत दास्‍्त्री भी गी उप्तति ईर्प्पा की वस्तु है--थिक्षा




User Reviews

No Reviews | Add Yours...

Only Logged in Users Can Post Reviews, Login Now