हे बच्चो तुम्हें प्रणाम | He Baccho Tumhen Pranam

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He Baccho Tumhen Pranam by श्री व्यथित हृदय - Shri Vyathit Hridy

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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एक गुरु-भक्त वालक बासक एरसप्य मिट्टी की गुरुन्मूति बनाकर, जिसने सीसा बाण चलाना । सीखा जिसने गुरु-चरपों पर, थी अँजुलो को भेंट चढ़ाना। एकलव्य यह्‌ वोर प्रतापी, बालक बड़ा निरासा था। जन्मा भील ज्ञोंपड़ी में या, घरती का उजयातला पा ।




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