कल सुबह होने से पहले | Kal Subah Hone Se Pahale

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Kal Subah Hone Se Pahale by शलभ श्रीराम सिंह - Shalabh ShriRam Singh

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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश

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कलसुबहहोनेकेपहले &2%&1, 508#& प्‌ पछ0०0४छ ४६६६ 7? #& 11, 1: सर्वाधिकार : श्रीमती कल्याणी सिंह । कबिता-लेखक : शलम श्रीराम सिहख। कविता-चयन + अलखनारायण और विजय बहादुर | पाण्डुलिपि : दयानंद ओर अतिबल । पाण्डुलिपि- अवलोकन : शिवमंगल । कवि का छायाचित्र : अतिबल | - प्रुफन्‍-संशोधन : जयन्त। अंतिम प्रुफ-संशोधन + शलम । कम्पोजीटर : कऋृत्यानन्द का | प्रकाशन-सोजन्य : भ्रीमती कल्याणी सिंह । विशिष्ठ सहयोग $ अशोक-अनाम-उमेश शंकर । आबरण : श्याम अग्रवाल | मुद्रक ; कुमार प्रिण्टर्स ५(बी, सुक्ताराम बाबू स्ट्रीट, कलकत्ता-७ | मूल्य : पाँच रुपये मात्र | संस्करण-प्रकाशन : माच-श्षछ्द... कविता - क्ेखक - सम्पर्क - सूत्र ; आये पुस्तकभवन १८०, चितरंजन पवेन्यू--कलकत्ता-७ शिल्पी, शञानोदय, उत्कष, भराल, अलकावली, अन्यथा, अक्षर, ३ + हे कर दपण, माध्यम, आकार, संदम, आधार, विद्रोही पीढ़ी, पर परा, समिधा, नेवेद्य, अभिव्यक्ति और घर्मबुग आदि नवलेखन-प्रधान पत्र-पत्रिकाऑ-संकलनों और आकाशवाणी कलकत्ता से सामार । पाण्डुलिपि प्रकाशन २९, काली दत्त स्ट्रोट, कलकत्ता-५ फोन १ ५५-०६ ०४०




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