चुप्पियो की पैजनी | Chuppiyon Kee Penjani
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
796 KB
कुल पष्ठ :
96
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)इस उजडो महफिल में
फागुन का फर्ज तो
निभाना ही होगा।
तेरे
सारे सगी
गा चुके
पर्दे के पीछे वे
गा-गाकर
चुपके से जा चुके
खिल कर सव फूल विखर जाते है
लोग बहुत जल्द भूल जाते हैं
कोयल री
क्यो उदास वैठी तू
मौसम के साथ सुर
मिलाना ही होगा ।
(14 4 82)
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