संस्कृत धातु कोश | Sanskrit Dhatu Kosh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
3 MB
कुल पष्ठ :
190
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)अश्ू-अच्च
अश्च (१३० अद्ति-्ते ) १ झु
काना, टेढा क्स्ना २ कसी
ओर झकना, जाना ३ पूजना,
मान करना ४ सवारना, शो
मित करन ५ मागना, चाहना
६ कुडझुडाना, अस्पष्ट बोढना
अव-९ दाक्षणका आर जाना
उद्-१ उत्तरता ओर जाना
प्र-१ साधा जाना २ बाजसे
हो जाना प्र-१ पूषफा आर
जाना प्राति-१ परतश्चवमफा ओर
जाना (१ १० अचांति, प्र० १०
उ० अचयति-त ) १ प्रकट
करना; न्यूनाधक देखना, (प्र०
१० 3० अचयति-त ) १अफट
करना; जाहिए करना अप-९
दूर करना, हदा देना आ-१
झुकाना उप १५ नियाठना
( जढू आदि ) परि-१ घुमाना
गब-१ फेशना, विस्तृत कर्ता
सम्-१एक्ञ्र कसा, वोरना,
जमा फरना
अञ्जू (७प०अनक्ति,कचित् आ०
अडक्ते ) ९ जाना ? साफ
करना, स्वच्छ करना, हे सरा
हना, गिस्यात फस््जा ४ चम
कना, अकाशित होना « तेछ
मदन करना, अभ्यजन करना
|
सस्कृतघातुकाश ।
अट-अञड्
६ सँवारना, सनाना अमि-१२
अभ्यजन करना, तेल्मर्दन कर
ना वि- स्पष्ट करना ० उत्पन्न
करना आंधि-१ भरना) संवारना
आ-९ तेल महल्ना ३ चिकना
करना, चलाना हे मान
करना नि-९ तेल मल्ना +
छिपना आ्ातै-१ ते महना *
सँवारना, सनाना सम-९ त्तेह
मलना २ मान करना ३ भरना:
४ एय्न्र करना, जोड़ना ५
खाना ६ सँवारला (अ्र०, १०
उ० अनयाति-ते ) _* बोलना+
स्पष्ट करना
आद् (९५ अयदते कूचित् आ०
अस्ते ) १ धूमना, फिरना:
पार-१ जाना, भटजना
अट्टू ( १ जा० अहते ) ९ अधिक
होना २ मार डालना ३दुख
देना (१० प० अट्टयाते ) १
अनादर करना, अपमान करना
> सूक्ष्म हाना
अबू ( * प* अठत्ति ) * जाना
अड्भध (१५ अडति ) १ उद्यम
करना; प्रथत्त करना (« पर
अझेति ) उपभोग करना)
अपन अधियाग्म राना (चे०)
१७ हना, व्यापता
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