गलत संदर्भ | Galat Sandarbh
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
4 MB
कुल पष्ठ :
202
श्रेणी :
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लेखक के बारे में अधिक जानकारी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)कहा-वहा की बात करते जा रहे हैं वुछ ध्यान अपने काफी के प्यालि वी
तरफ दें ।
आपकवी बातो भें क्षण मई जौर वाफी वा कोई ध्यान ही नहीं ।
सच गए कई दिनो से ऐसी चीज नही मिली । अच्छा आगे की जिन्दगी
के बारे मे क्या विचार है। आगे कॉलेज जाने वा है या नही ।
बस अत्र तो आराम- ज्यादा से ज्यादा कुछ किया तो शादी कर दूगी।
आपको बताओं मम्मी को पढ़ना पढाना पसन्द नहीं है। उतका विचार अपनी
पुरानी परिषादी के अनुसार है। उनके विचार मे लडकियों का ज्यादा पढ़ना ठीव
नही | मैंने तो डैडी से भी कहा था लेकिन मम्मी ने हा नही की 1
जहा तक जीवनयापन का प्रश्न है अपने लेखन कार्य से ही अच्छा
दैवा पा जाता हु। इसलिए इम बात वी तो चिन्ता ही नही । अब तो डावटरेट
करने का विचार है!
आपको अपने खर्च के साथ साथ और खर्चो पर भी तो ध्यान देना होगा ।
मेरा विछार नही है कि शादी करू । क्योकि पहिले ही सारे सुखो से जी
भर गया है। आगे कोई इच्छा बाकी नहीं। अब तो अध्ययन की इच्छा रह
गयी है। भव मुझे इस विश्व की आडम्बरपूर्ण सामाजिक बातो के प्रति एक
ध्रणा सी हो गई है। जीवन बसे भी कितना छोटा है मुझे तों और छोटा लगता है ।
इस समय भी यदि कोई बडा बार्य नहीं कर पाया त्तो बया किया । यही सोच शेष
बातो को छोड मैं अपन॑ को पूरे रूप मे ज्ञान के वित्रास में लगा देना चाहता हू ।
इससे बढ़कर प्रसन्नता की वात और हो ही क्या सकती है। वर्क्तव्य
और कर्म को जब आप अपने साथ लेबर चत्रे हैं तो सफलता में सशय का कोई
स्थान नही लेकिन अपने झूथान पर उनका भी बढ़ा महत्व है, उतको मानता
भी आवश्यक है । उनके थिना भी कुछ खोया सा या अधूरा अधूरा सा लगता है ।
महत्त्वहीन ही कह लो । आपका आदर्श विश्व को दृष्टि में कोई अथ
नही रखता, डेंडी आ गये है। नीचे खाने के समय परिचय होगा आपका ।
नम्रता 1
आइये डेंडी | कितनी देर लगा दी आपने । क्या वायदा किया था आपने 4
ये भेरे बतासफेलो सि० राजेश हैं अच्छे शापर, लेखक और आहठिस्द और आप
हैं मेरे डैंडी मि० सिन्हा । डेंडी को नाम से जानने वाल तो मुश्किल से बहुत कम
लोग है ।
यलत संदर्भ (१७
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