जातकाभरणम् | Jatakabharanam
लेखक :
Book Language
हिंदी | Hindi
पुस्तक का साइज :
15 MB
कुल पष्ठ :
355
श्रेणी :
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पुस्तक का मशीन अनुवादित एक अंश
(Click to expand)जातकामरण की अरुक्रमणिका ।
इमली कक ए। उतर
विषय. पृष्ठांक. | विषय.
सड्शलाचरणम् ...
जो व १ | अथ लग्न फलमू. .« ४»
पन्ने प्रथम लेखनाथ उछो २ | अथ सूर्य नक्षत्र फलम्
& |;
कवि जन्मपत्र पूर्व शछोका: ६ | अथावयवस्वरूपम्
अंधादी बला हे ६ | अथ् दादश भावनां फलानि
मल ब्रत्सर फल्ञानि ... ; 9 सूर्यादिग्रद्यणां रूपगुणादि निर्णयः
हवा फलम् . -« «८ | अथ धनभाब फलम् -
कस पुकलम् ह १८ | अथ तृतीयभाव फलम्-
सजन्म फल्षम् ..... «१६ | अथ चतुर्थ भाव फलमू हद
अथ सलमास जन्सफलम्._......_ २० | अथ पंचस सुत भावविचारः
अथ पक्षजन्मफल्म् .... --«. २२ | अथ शबुभाव विचारः ..... «४;
अथध दिनरात्रिजन्सफलम् ... २२ | अथ जायाभाव विचार
अथ तिथि जन्मफलस .««. २२ | अथ संक्षेपतोडष्टम भाव विचार ...
जथ बार जन्म फत्म् ««. २४ | अथ नवस भाव फलम्
व्यथ नक्षत्र जन्म फलम् व २७ | अथ राज्यभवत्त विचारः
अथ भूल नक्षत्रे जन्म विचार: .... ३० | अथ लाभ भवन विचारः
अथ मूलचरण फलम् .... ३१ | अथ व्ययभवनम्
अथ मूल नक्षत्र वेलाफलमू. .-. ३२ | अरिष्टाव्यायः ५४४ _ हे
यथ पुरुषाकृतौ मूलाश्लेषा फलम्.... ३५ | अँथ रविभाव विचार ...
अथ मूल श्लेषा मुहूर्त फलम् ३४ | अंथ चन्द्रभाव फलम् ... «००
ग्रथ मल बृक्षुफपल्म, ..... »««. ३६ | लैथ मन्नलभाव कलम के
अथ मूलजातस्यविशेष फलम् ३६ | अथ गुरुभाव फलम् ... न्डः
अथ बृहज्जातकोक्त नवांश फलम् ३६ | अथ शुक्र भाव फलम्
छअथ योगजात फल्ानि ,.... ३& | अथ शनिभाव फलम् ..-
अथ करण जन्म फलानि .. »««. ४४ | अथ राह फलम्
ऋथ गंडान्तजात फलमू. 9, ««* ४७ | श्रथ केतुफलम् का
ए७ | अथ मैपादिग्रदे रवी धृष्टिफलम्
अथ गणानां फलमू ४
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